लेखनी कहानी -07-May-2024
नहीं चाहते हो तुम राजा,भविष्य देश का उज्ज्वल तभी तो हो रहे हैं लीक,पेपर आये दिन हर पल
बड़ी मेहनत ये करते हैं,रात भर जाग पढ़ते हैं बनेंगे एक दिन अफसर,आंखों में सपने गढ़ते हैं बहुत हिम्मत जुटाते हैं,परीक्षा देके आते हैं निराशाओं के दानव से,बड़ी ताकत से लड़ते हैं दे दो शिक्षा की हमकों भीख, पाँव पड़ रहे अंकल
नहीं चाहते हो तुम राजा,,
सियासत की खुमारी में,भूल बैठे हो सब राजा संभल के फेंकना पासा, हार पक्की है अब राजा धर्म बस याद आता है, आखिरी कुछ महीनों में गरीबों की बताओ तो,आयी है याद कब राजा सचिन देता है तुमकों सीख, होनी तो है नहीं हलचल
नहीं चाहते हो तुम राजा,,
© सचिन गोयल गन्नौर शहर,सोनीपत, हरियाणा Insta@,, Burning_tears_797
Mohammed urooj khan
09-May-2024 01:40 PM
👌🏾👌🏾👌🏾
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Milind salve
08-May-2024 06:43 PM
Nice
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sachin goel
12-May-2024 10:13 AM
Thank you
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